National Cadet Corps
NCC
भारत मे NCC की स्थापना 16 जुलाई 1948 मे हुई। छात्राओं के सर्वागीण विकास मे NCC का विशेष महत्व है । NCC का उद्देश्य छात्राओं में चरित्र निर्माण, साहचर्य, अनुशासन, नेतृत्व, धर्मनिरपेक्षता, रोमांच, स्पोर्टसमैनशिप तथा निस्वार्थ सेवा भाव का संचार करना है।
NCC का Motto है “ एकता और अनुशासन” ।
हमारे विद्यालय मे NCC जून 2015 से आरम्भ हुई, विघालय मे दोनो विंग का संचालन होता है। सीनियर विंग मे 55 व जूनियर विंग मे 50 कैडिट का नामांकन होता है। दोनो विंग के कैडिट NCC से सम्बन्धित सभी गतिविधियों मे भाग लेते है , जैसे – CATC, RDC, Tracking Camp, स्वच्छता व नशामुक्ति अभियान आदि।
बटालियन द्वारा आयोजित परीक्षा उत्तीर्ण करने पर ‘ A’ व ‘B’ प्रमाण पत्र प्राप्त करते है। जिसका उपयोग वे शस्त्र सेना, पुलिस भर्ती व उच्च शिक्षा मे प्रवेश के लिए करते है.
विघालय मे NCC का संचालन थर्ड ऑफिसर रचना गुप्ता व लेफ्टिनेंट सुषमा के द्वारा होता है । दोनो NCC ऑफिसर ने OTA ग्वालियर से प्रशिक्षण लिया है। Junior wing व senior wing के cadets को NCC Officers व बटालियन से आए हुए P.I. Staff के द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है |
NCC Certificates
NCC के cadets को वो सभी चीज़ें सिखाई जाती है जो की किसी Army Training period के दौरान सीखाया जाता है. वहीँ NCC cadets को हमेशा first preference प्रदान किया जाता है Armed Forces में क्यूंकि उन्हें training के बारे में सभी चीज़ें पहले से पता होती है. इसमें सभी passed out cadets में वो personality होती है जो की Forces में जरुरत होती है.
एनसीसी कैंडिडेट्स अपनी ट्रेनिंग करने के बाद अलग अलग तरह के सर्टिफिकेट्स दिए जाते हैं. इन सर्टिफिकेट्स को हम बहुत से सरकारी नौकरियों में इस्तेमाल कर सकते हैं.
- एनसीसी कैडेट्स को राज्य और केंद्र सरकार की नियुक्तियों की प्राथमिकता दी जाती है.
- जिन कैडेट्स के पास एनसीसी का सर्टिफिकेट है उनके लिए इंडियन मिलिट्री एकेडमी में सीट रिज़र्व होता है.
- एनसीसी कैडेट के लिए (नेवी) के हर कॉर्स में 6 वैकेंसी और (एयरफोर्स) वायु सेना 10% की छूट होती है.
- जिन कैडेट के पास एनसीसी बी या सी सर्टिफिकेट्स हैं उनको शॉर्ट सर्विस कमीशन में सीडीएस की लिखित परीक्षा नहीं देनी पड़ती है.
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